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Sushant singh death case:NCB की चार्ज सीट तैयार,रिया चक्रवर्ती को हो सकती है 10 साल की जेल

Sushant singh rajput death case:सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB ने चार्जशीट तैयार कर ली है। इसमें रिया और उनके भाई शौविक सहित 33 लोगों को आरोपी बनाया गया है।रिया पर उनके बॉयफ्रेंड रहे सुशांत के लिए ड्रग्स खरीदने के आरोप हैं।

Sushant singh death case:NCB की चार्ज सीट तैयार,रिया चक्रवर्ती को हो सकती है 10 साल की जेल
  • CBI ने 6 अगस्त 2020 को रजिस्टर किया था केस

रिया और उसके भाई शौविक समेत 33 लोगों को बनाया गया है आरोपी

बुलंदसोच न्यूज़,13 जुलाई 2022।

Sushant singh rajput death case:सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB ने चार्जशीट तैयार कर ली है। इसमें रिया और उनके भाई शौविक सहित 33 लोगों को आरोपी बनाया गया है।रिया पर उनके बॉयफ्रेंड रहे सुशांत के लिए ड्रग्स खरीदने के आरोप हैं। उन्हें नशे की लत के लिए उकसाने का भी आरोप है। आरोप साबित हुए तो रिया को 10 साल की जेल हो सकती है।एनसीबी की इस चार्जशीट के बाद सुशांत की मौत फिर से नए सवालों के घेरे में आ गई है.

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सुशांत के गले पर थे निशान…

‘एम्स के जिन सुधीर गुप्ता ने सुशांत की मौत को सुसाइड बताया है, उन्होंने ही मुझे ओरली कहा था कि, सुशांत के गले में जो निशान हैं, वो स्ट्रैंग्युलेशन (गला घोंटना) का निशान है, हैंगिंग का नहीं। बाद में गुप्ता ने ही इसे सुसाइड बता दिया। मैं तो अब भी यही पूछ रहा हूं कि, जहां सुशांत लटका मिला, उसके बाजू में बेड था। वो स्ट्रगल करता तो बेड पर चला जाता। जब लटक रहा था तो बेड उसकी बॉडी से टच कर रहा था। ऐसे में वो मर कैसे सकता है।’

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यह सवाल सुशांत सिंह के परिवार की तरफ से केस लड़ रहे वकील विकास सिंह ने उठाए हैं। हालांकि एम्स के डॉ. सुधीर गुप्ता से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने CBI जांच का हवाल देते हुए कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

देश की तीन बड़ी एजेंसी कर रही जांच

सुशांत (sushant singh rajput)की मौत को 2 साल हो चुके हैं। देश की तीन बड़ी एजेंसी CBI, NCB और ED इस केस में इन्वॉल्व हैं, लेकिन नतीजा अभी तक सिफर है।CBI ने इस केस में 6 अगस्त 2020 को केस रजिस्टर किया था। तब से अभी तक उसे जांच करते हुए 677 दिन हो चुके हैं, लेकिन एजेंसी किसी नतीजे पर अब तक नहीं पहुंच पाई है।

जबकि, इस मामले की जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी ने चार सीनियर अफसर गुजरात कैडर के 1994 बैच के IPS मनोज शशिधर, 2004 गुजरात कैडर की IPS गगनदीप गंभीर, 2007 बैच की IPS नुपुर प्रसाद और CBI में SP अनिल यादव को लगा रखा है।