— Buland Soch News डेस्क | भोपाल | 17 जुलाई 2025
भोपाल, जिसे देश की झीलों की नगरी कहा जाता है, अब स्वच्छता के नक्शे पर भी लगातार अपनी चमक बिखेर रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में भोपाल ने देशभर में दूसरा स्थान हासिल कर न सिर्फ मध्यप्रदेश का, बल्कि पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
राष्ट्रपति ने विज्ञान भवन में किया सम्मानित
नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित सम्मान समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भोपाल के महापौर मालती राय और नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सौंपा। इस उपलब्धि पर नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा कि छह साल बाद भोपाल फिर से देश के टॉप-2 में लौटा है और इसे शहरवासियों के साथ मिलकर बड़े स्तर पर जश्न के रूप में मनाया जाएगा।

सिर्फ सफाई नहीं — सिस्टम की मेहनत और जनभागीदारी का नतीजा
पिछले सर्वेक्षण में भोपाल पांचवें स्थान पर था, लेकिन इस बार तीन स्थान की छलांग लगाकर उसने साबित कर दिया कि अगर सिस्टम और जनता साथ हों, तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं।
नगर निगम ने बीते वर्ष कचरा प्रोसेसिंग, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और सार्वजनिक स्थानों की सफाई व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई पहल कीं।
स्वच्छता मित्रों की मेहनत को निगम ने न केवल सराहा, बल्कि उनकी कार्यशैली को और बेहतर बनाने के लिए नए संसाधन भी मुहैया कराए। इसके अलावा जागरूकता अभियानों से नागरिकों को सीधे इस मुहिम से जोड़ा गया।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट — सफाई और विकास की जुगलबंदी
इस बार भोपाल की सफलता के पीछे एक और बड़ा कारण रहा — ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS)।
जनवरी 2025 में आयोजित समिट के चलते राजधानी में सौ करोड़ से अधिक के विकास कार्य हुए, जिसमें सड़क सुधार, सार्वजनिक सुविधाओं का विकास और सफाई से जुड़े कई प्रोजेक्ट शामिल रहे।
इन कार्यों से भोपाल का चेहरा बदलता गया और इसी दौरान स्वच्छता सर्वेक्षण की टीमों ने शहर का मूल्यांकन किया।
इससे ये साफ हो गया कि अगर किसी शहर में विकास के साथ-साथ सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए, तो उसका असर लंबे समय तक दिखता है।

भोपाल का स्वच्छता में सफर — उतार-चढ़ाव से सीखा और फिर चमका
- 2017-2018: लगातार दो साल देश में दूसरा स्थान।
- 2019: अफसरों के तबादलों से रणनीति प्रभावित हुई — भोपाल 19वें स्थान पर खिसक गया।
- 2020: 7वें स्थान पर वापसी की।
- 2021: स्थिर प्रदर्शन — फिर 7वीं रैंक।
- 2022: सुधार करते हुए 6वें स्थान पर और 5 स्टार रेटिंग।
- 2023: भोपाल 5वें स्थान पर पहुंचा।
- 2024: फिर से दूसरे स्थान पर लौटकर अपनी जगह पक्की कर ली।
जनता और स्वच्छता मित्रों के साथ मनाया जाएगा जश्न
इस ऐतिहासिक उपलब्धि को नगर निगम ने जनता के साथ साझा करने का फैसला लिया है। शहरभर में स्वच्छता मित्रों के सम्मान समारोह, लड्डू वितरण और नागरिक सहभागिता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
महापौर मालती राय का कहना है,
“ये सिर्फ नगर निगम की नहीं, पूरे भोपाल की जीत है। इस सफलता में हर उस नागरिक का योगदान है जिसने स्वच्छता को अपनाया है।”
अब चुनौती — इस मुकाम को बनाए रखना
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में मिली यह सफलता निश्चित रूप से गर्व का विषय है, लेकिन असली चुनौती अब शुरू होती है — इस स्थान को बनाए रखने की।
निगम के अधिकारियों के मुताबिक, भविष्य में भी शहर को कचरा मुक्त बनाने, रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देने और सार्वजनिक सहयोग से स्वच्छता को जीवनशैली का हिस्सा बनाने के लिए नई योजनाएं बनाई जाएंगी।