नीट-पीजी (NEET-PG) काउंसलिंग को लेकर चल रहा है सियासी घमासान
नीट-पीजी(NEET-PG) काउंसलिंग में हो रही देरी के विरोध में सैकड़ों रेजिडेंट डॉक्टर, जो अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर हैं, बुधवार को दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में लगातार 13वें दिन भी काम का बहिष्कार करते रहे।
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने सोमवार को शहर में एक मार्च के दौरान पुलिस की बर्बरता का आरोप लगाया, जिसे दिल्ली पुलिस ने खारिज कर दिया।
नीट-पीजी (NEET-PG) परीक्षा, जो आम तौर पर दिसंबर-जनवरी में आयोजित की जाती है, 2019-20 बैच के लिए महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थी और अंत में सितंबर 2020 में आयोजित की गई थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलों के कारण छात्रों के लिए काउंसलिंग अभी तक आयोजित नहीं की गई है। ईडब्ल्यूएस को आरक्षण पर कोर्ट।
काउंसलिंग में देरी के कारण अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी हो गई है, मौजूदा रेजिडेंट डॉक्टरों पर काम का बोझ बढ़ गया है और उम्मीदवारों के लिए अनिश्चितता बनी हुई है। इस देरी के खिलाफ आंदोलन 27 नवंबर को रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा ओपीडी में काम का बहिष्कार करने के साथ शुरू हुआ, जो धीरे-धीरे “सभी सेवाओं से हटने” के लिए बढ़ गया।
आईएमए की जानकारी के अनुसार नीट-पीजी काउंसलिंग 6 जनवरी 2022 से पहले शुरू होगी
वहीं आईएमए अध्यक्ष,सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि “स्वास्थ्य मंत्री ने हमें आश्वासन दिया है कि नीट-पीजी (NEET-PG)काउंसलिंग 6 जनवरी 2022 से पहले शुरू हो जाएगी। डॉक्टरों पर एफआईआर नहीं होगी। कोविड के नए संस्करण के लिए घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सभी सावधानियां बरतनी चाहिए।”