बीजिंग/वॉशिंगटन/ताइपे, 26 मई 2025:
ताइवान स्ट्रेट में एक बार फिर तनाव चरम पर पहुंच गया है। सोमवार सुबह चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने 34 फाइटर जेट्स और 6 नौसैनिक युद्धपोतों को ताइवान की सीमा के पास तैनात किया, जिसे ताइवान ने “सीधा उकसावा” करार दिया है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि इनमें से 18 फाइटर जेट ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में घुसे। जवाब में ताइवान की वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमानों को आसमान में भेजा और मिसाइल प्रणाली को हाई अलर्ट पर रखा।
🇺🇸 अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश विभाग ने इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि, “हम ताइवान के आत्मरक्षा अधिकार का पूर्ण समर्थन करते हैं। चीन को ऐसे भड़काऊ कदमों से परहेज करना चाहिए जो क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डालें।”
🇨🇳 चीन का बयान
चीन ने अपनी कार्रवाई को “नियमित सैन्य अभ्यास” बताया है और ताइवान को “अलगाववादी गतिविधियों से दूर रहने” की चेतावनी दी है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि, “ताइवान चीन का हिस्सा है और कोई भी विदेशी हस्तक्षेप अस्वीकार्य होगा।”
🔍 विश्लेषण:
- यह घटना उस वक्त हो रही है जब G7 सम्मेलन में चीन की विस्तारवादी नीति को लेकर आलोचना तेज़ है।
- ताइवान में अगले महीने आम चुनाव हैं, जिससे राजनीतिक हलचल और संवेदनशील हो गई है।
📌 टिप्पणी:
यह मुद्दा सिर्फ दो देशों तक सीमित नहीं रहा — अब यह वैश्विक भू-राजनीति का केंद्र बनता जा रहा है।