1. परिस्थिति का विस्तार
13 जून 2025 को इज़राइल ने “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के तहत ईरान पर व्यापक हवाई और ड्रोन आधारित हमले शुरू किए। इस हमले में तेहरान, इस्फ़हान, क़र्मानशाह समेत दर्ज़नों नाभिकीय एवं रॉकेट इन्फ्रास्ट्रक्चर निशाना बनाए गए, और ईरानी उच्च सैन्य पदाधिकारियों सहित वैज्ञानिकों की भी मौत हुई ।
2. ईरानी प्रतिक्रिया
14 जून से ईरान ने मिसाइल और ड्रोन हमलों की लगातार श्रृंखला आरंभ की। 15–16 जून की रात टेक्नोलॉजी से लैस बैलिस्टिक मिसाइलों और यूएवी हमलों से तेल अवीव, हैफा, पेटाह टिकवा समेत कई इलाकों में बमबारी हुई, जिसमें दर्जनों नागरिकों की जान गई और सैंकड़ों घायल हुए ।
3. मानवीय क्षति व स्थानीय प्रभाव
- ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक 224 से अधिक लोगों की मौत और 1,200+ घायल होने की सूचना दी है ।
- इज़राइल में भी लगभग 18–14 नागरिक मृत और 400–380 घायल हुए हैं ।
- तकनीकी हमले के कारण बड़ी संख्या में इमारतें टूट-फूट गईं, और अस्पतालों एवं इमरजेंसी सर्विसेज वर्तमान में बीपीएफ़ में जुटी हुई हैं ।
4. रणनीतिक दृष्टिकोण और चेतावनियाँ
- इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद इरानी परमाणु क्षमता को खतम करना है। उन्होंने कहा, “दूसरा होलोकॉस्ट नहीं होने देंगे” ।
- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आंशिक हस्तक्षेप की संभावना व्यक्त की और शांति वार्ता की समय सीमा “very soon” बताई । उन्होंने अब्दुल्ला खामेनेई की हत्या की योजना की खुद राय से अस्वीकृति की पुष्टि की ।
- ईयू और G7 समर्थ गणराज्यों ने विशेष चिंता व्यक्त की और संयम व भागीदारी की अपील की है; जर्मनी के चांसलर मर्स और आयरलैंड के विदेश मंत्री ने निकट संघर्षस्थल से तत्काल शांति की वकालत की ।
5. तकनीकी कार्रवाई और रणनीति
- इज़राइल ने मिसाईल डिफेंस सिस्टम और थाड के सहयोग से ईरानी हमलों का मुकाबला किया; साथ ही ईरान के UAV और चीप बैरिएर्स को भी मुकाबلې में माइक्रो‑ड्रोन और बेंचमार्क मिसाइलों के माध्यम से नियंत्रित किया गया ।
- ईरान ने “हज क़ास्सम” नामक नयी गाइडेड मिसाइल का इस्तेमाल शुरू किया, जो इज़राइल को टारगेट करने में सक्षम बताई जा रही है ।
6. अन्य क्षेत्रीय एवं राजनीतिक प्रभाव
- संयुक्त राज्य और ब्रिटेन समेत अन्य देशों ने एयरस्पेस बंद कर दिया है, और क्षेत्रीय तेल की कीमतें बढ़ गई हैं ।
- ईरानी राजधानी से बड़ी संख्या में नागरिक पलायन कर रहे हैं; उत्तर में जाने वाले मार्गों में यातायात जाम और आवश्यक वस्तुओं की कमी की खबरें मिल रही हैं ।
🔍 निष्कर्ष
यह संघर्ष एक आधुनिक हाइब्रिड युद्ध की मिसाल बन चुका है, जिसमें हवाई हमले, मिसाइलें, ड्रोन व इंटेलिजेंस ऑपरेशन (मोसाद की गुप्त ड्रोन तैनाती) सभी शामिल हैं ।
वर्तमान में, दोनों पक्षों की लड़ाई जारी है; लेकिन क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा बताते हुए, वैश्विक दबाव बना हुआ है ताकि जल्द से जल्द वार्ता फिर शुरू हो सके।