देवास में चामुंडा माता मंदिर के पुजारी से मारपीट और उज्जैन महाकाल मंदिर में गर्भगृह में घुसने के मामले में रुद्राक्ष शुक्ला पर दो केस दर्ज, CCTV और पुजारी के बयान के आधार पर FIR में नाम जोड़े गए
Buland Soch Team | 23 जुलाई 2025
मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला लगातार धार्मिक स्थलों में नियमों का उल्लंघन करने और विवादों में घिरते जा रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में, देवास स्थित चामुंडा माता मंदिर में जबरन प्रवेश और पुजारी से मारपीट के मामले के बाद अब उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में गर्भगृह में अनधिकृत प्रवेश कर नियमों की धज्जियाँ उड़ाने का आरोप लगा है।
देवास विवाद – चामुंडा माता मंदिर (11-12 अप्रैल की रात)
- FIR के अनुसार, रुद्राक्ष शुक्ला और उनके साथियों ने रात में बंद हो चुके चामुंडा माता मंदिर में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की।
- पुजारी के मना करने पर कथित तौर पर उनके साथ मारपीट की गई और अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया।
- पुलिस ने CCTV फुटेज और पुजारी के बयान के आधार पर रुद्राक्ष और आठ अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की।
- BNS की धाराएँ – 115 (जान-बूझकर चोट पहुँचाना), 296 (धार्मिक स्थल पर गाली-गलौज), और 351 (आपराधिक धमकी) लगाई गईं।
- अतिरिक्त SP जयवीर सिंह भदौरिया के अनुसार, अब तक 5 आरोपियों को ज़मानत पर रिहा किया गया है जबकि 4 अभी भी फ़रार हैं।

उज्जैन विवाद – महाकालेश्वर मंदिर (सावन का दूसरा सोमवार, 22 जुलाई)
- सावन के दूसरे सोमवार को रुद्राक्ष और उनके पिता गोलू शुक्ला ने बाबा महाकाल के दर्शन के दौरान गर्भगृह में प्रवेश किया, जो मंदिर के नियमों के खिलाफ है।
- मंदिर समिति के अनुसार, गर्भगृह में VIP एंट्री बिना विशेष अनुमति के पूर्णतः प्रतिबंधित है।
- आरोप है कि गर्भगृह में घुसने के बाद मंदिर की लाइव स्ट्रीमिंग अचानक बंद कर दी गई, जिससे शक और गहराया।
- यह भी कहा जा रहा है कि रुद्राक्ष ने गर्भगृह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं, जिससे श्रद्धालुओं में रोष है।
- मंदिर समिति ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है, जो 7 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।

राजनीतिक प्रतिक्रिया और बचाव पक्ष:
- विधायक गोलू शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए इन घटनाओं को “राजनीतिक साजिश” और “बिना आधार के अफवाह” बताया है।
- वहीं मंदिर समिति और प्रशासन का कहना है कि नियमों का उल्लंघन गंभीर मामला है, और उचित कार्रवाई की जाएगी।
Buland Soch विशेष विश्लेषण:
रुद्राक्ष शुक्ला लगातार धार्मिक स्थलों में नियमों के उल्लंघन को लेकर चर्चा में हैं। यह सिर्फ आस्था का मामला नहीं, बल्कि यह सवाल उठाता है — क्या कानून VIP लोगों पर भी बराबर लागू होता है?
निष्कर्ष:
देवास में जबरन मंदिर में घुसने और पुजारी के साथ मारपीट करने के मामले में FIR दर्ज हो चुकी है। उज्जैन महाकाल मंदिर में नियम तोड़ने का मामला भी जांच के घेरे में है। दोनों मामलों में CCTV फुटेज और चश्मदीद गवाहों की भूमिका अहम मानी जा रही है। अब देखना यह है कि प्रशासन राजनीतिक दबाव से ऊपर उठकर निष्पक्ष कार्रवाई कर पाता है या नहीं।