MP NEWS:विधानसभा चुनाव फतह करने भाजपा और कांग्रेस में बड़े फेरबदल की संभावना,भाजपा रीवा जिलाध्यक्ष तो कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष को बदलेगी
- बदलाव की मुख्य वजह निकाय चुनाव में मिली हार को माना जा रहा
अभिषेक दुबे,बुलंदसोच भोपाल।
आगामी विधानसभा चुनाव (MP assembly election 2023) को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस दोनों दल मिशन 2023 को लेकर तैयारी शुरू कर चुके हैं। मिशन 2023 को फतह करने के उद्देश्य से ही दोनों दल अपने संगठन में बड़ा बदलाव करने वाले हैं। भाजपा एक दर्जन से अधिक जिला अध्यक्षों को हटाने की तैयारी कर चुकी है तो वहीं कांग्रेस में भी लगभग दर्जन भर बदलाव की संभावना है। सूत्रों की माने तो भाजपा नवम्बर महीने में ही बदलाव करेगी तो वहीं कांग्रेस राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की प्रदेश से विदाई यानि 4 दिसम्बर के बाद बदलाव करेगी।
बीजेपी इन जिला अध्यक्षों को बदलेगी
भारतीय जनता पार्टी (bhartiya janta party) के प्रदेशाध्यक्ष बी डी शर्मा ने संगठन मंत्री हितानंद शर्मा के बीच बैठक हुई है,जहां कमजोर परफॉर्मेंस वाले रीवा,सिंगरौली,उमरिया,होशंगाबाद,मुरैना,बालाघाट के जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे। रीवा जिलाध्यक्ष डॉ अजय सिंह,सिंगरौली में वीरेंद्र कुमार गोयल,उमरिया में दिलीप पाण्डेय होशंगाबाद में माधव अग्रवाल, मुरैना के योगेश पाल,बालाघाट से रमेश भटेरे में से कुछ चेहरे बदलने की संभावना है।बताया जा रहा कि इनकी कार्यकर्ताओं से भी नहीं बन पा रही है।
कांग्रेस में ये चेहरे बदले जाएंगे
कांग्रेस में भी लगभग एक दर्जन बदलाव होना तय हो चुका है।यह बदलाव राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ( bharat jodo yatra rahul gandhi in mp) की प्रदेश से विदाई यानी 4 दिसंबर के बाद होगी।कांग्रेस भोपाल,इंदौर,खंडवा,बुरहानपुर और सागर के शहर एवं ग्रामीण दोनों अध्यक्षों को बदलेगी तो वहीं रीवा कटनी,दतिया,खरगोन,आगर-मालवा और रतलाम के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे। बता दें कि भोपाल-इंदौर में निकाय चुनाव में संगठन का पार्टी प्रत्याशियों को सहयोग न मिलने से मिली करारी हार के कारण बदला जायेगा तो वहीं सागर में शहर अध्यक्ष रेखा चौधरी के इस्तीफे से पैड रिक्त है तो वहीं रीवा के ग्रामीण अध्यक्ष ने महापौर प्रत्याशी का टिकट वितरण में विरोध किया था एवं इनकी लंबी शिकायत है। खंडवा और बुरहानपुर में कार्यवाहक अध्यक्ष हैं तो जबलपुर के जिलाध्यक्ष जगत बहादुर सिंह अन्नू के महापौर बन जाने से पद रिक्त है।
बदलाव की यह है मुख्य वजह
भाजपा और कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की मुख्य वजह निकाय चुनाव में हार,कमजोर परफॉर्मेंस, कार्यकर्ताओं से तालमेल न बना पाना एवम संगठन को प्राप्त शिकायतें को माना जा रहा है।वहीं दोनों दल मिशन 2023 को फतह करने में कोई गड़बड़ी न हो इसलिए भी नई टीम को जिम्मेदारी दी जाना तय किया गया है।
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