रीवा/
संजय गांधी स्मृति जिला अस्पताल में भ्र्ष्टाचार का बोल बाला चरम पर है । आलम यह है कि कोई भी प्रमाण यहां से प्राप्त करना हो तो विभाग आज नही कल कहकर वापस लोगों को भेज दिया जाता है।
अब जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र देने वाले ही विभाग को देख लीजिए, जिला अस्पताल से सौ, दो सौ किलोमीटर दूर रहने वाले व्यक्तियों को प्रमाण पत्र के लिए भटकाना इस विभाग की फितरत बन गई है। कभी सर्वर का हवाला तो कभी कम्प्यूटर में खराबी का हवाला देकर दो तीन महीने बाद जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र देने का आश्वासन दिया जाता है लेकिन उसके बावजूद भी समय पर प्रमाण पत्र नही बन पाने का बहाना बनाया जाता है। जन्म मृत्यु प्रमाण के लिए भी सुविधा शुल्क वसूला जा रहा है। किसी से 150 रू तो किसी के जन्म प्रमाण पत्र के लिए 400 रु लग गए। जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने की सुविधा शासकीय अस्पतालों में तो निःशुल्क है , संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में शुल्क क्यों लिया जा रहा है समझ से परे है।
