Home MP News (मध्यप्रदेश समाचार) MPPSC में एक बार फिर देरी: 9 महीने बाद इंटरव्यू, साल के...

MPPSC में एक बार फिर देरी: 9 महीने बाद इंटरव्यू, साल के अंत तक नियुक्ति अटकी

0
2
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर कार्यालय का बाहरी दृश्य
MPPSC इंदौर कार्यालय — जहां से 110 पदों पर इंटरव्यू प्रक्रिया का संचालन किया जा रहा है, लेकिन देरी से युवाओं में बढ़ रही है बेचैनी।

राज्य सेवा परीक्षा 2024 की प्रक्रिया फिर लेट-लतीफी का शिकार — 18 अगस्त से शुरू होंगे इंटरव्यू, लेकिन फ़ाइनल नियुक्ति सूचना 2025 के अंत तक ही संभव। युवा निराश, प्रशासन चुप।

Buland Soch News टीम | इंदौर | 29 जुलाई 2025

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की राज्य सेवा परीक्षा 2024 एक बार फिर चयन प्रक्रिया में देरी को लेकर विवादों में है। जुलाई 2024 में प्रारंभिक परीक्षा, अक्टूबर में मुख्य परीक्षा और अब पूरे 9 महीने बाद 18 अगस्त 2025 से इंटरव्यू की शुरुआत होगी। जबकि फ़ाइनल नियुक्ति वर्ष के अंत तक ही संभव बताई जा रही है। उम्मीदवारों में नाराजगी है और प्रशासन इस देरी पर खामोश है।

इंटरव्यू प्रक्रिया की समय-सीमा:

  • इंटरव्यू प्रारंभ: 18 अगस्त 2025
  • इंटरव्यू लेटर जारी: 8 अगस्त 2025 से
  • चयनित उम्मीदवार: 339 (मुख्य सूची: 306, प्रतीक्षा सूची: 33)
  • कुल पद: 110
  • इंटरव्यू पैनल: 3 पैनल बनाए गए हैं।
  • रोजाना इंटरव्यू: लगभग 30–40 उम्मीदवारों का होगा साक्षात्कार

उम्मीदवारों की शिकायतें:

MPPSC परीक्षा की तैयारी में सालों खर्च करने वाले उम्मीदवार अब प्रक्रिया की धीमी रफ्तार से हताश हैं। उनका कहना है कि जब तक नियुक्ति होती है, तब तक अगली परीक्षा सिर पर आ जाती है।

“हमने सालों मेहनत की लेकिन सिस्टम की धीमी चाल हमारे करियर के रास्ते में रुकावट बन रही है।”

नया इंटरव्यू फॉर्मेट:

इस बार उम्मीदवारों को अपने इंटरव्यू फॉर्म में उपनाम, ईमेल या मोबाइल नंबर जैसी व्यक्तिगत जानकारी नहीं देनी होगी। आयोग ने इसे निष्पक्ष चयन प्रक्रिया सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम बताया है।

MPPSC जैसी परीक्षाएं युवाओं के लिए सरकारी सेवा में प्रवेश का मुख्य रास्ता हैं, लेकिन इनकी प्रक्रिया में लगातार हो रही देरी न सिर्फ उनके भविष्य को असमंजस में डाल रही है बल्कि सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रही है।

राज्य सेवा परीक्षा 2024 की चयन प्रक्रिया को यदि समय पर पूरा किया जाता, तो नियुक्ति अप्रैल या मई तक हो सकती थी। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी प्रक्रिया में लचरपन और प्रशासनिक सुस्ती साफ दिखी।

मध्यप्रदेश के हजारों युवाओं ने अपनी जिंदगी के महत्वपूर्ण वर्ष इस परीक्षा की तैयारी में लगा दिए हैं। लेकिन बार-बार देरी से चयन प्रक्रिया पर उनकी उम्मीदें टूटती जा रही हैं।
अब देखना ये होगा कि क्या सरकार और आयोग इस लेट-लतीफी पर कोई ठोस जवाब देंगे, या फिर युवा एक और साल… इंतज़ार ही करते रहेंगे।

Buland Soch News
“सच्ची बात, बुलंद आवाज़!”

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here